जीवन को पढ़ो,सीखो और सहेज कर रखो।
जीवन अनंत है, पवित्र है, उसकी पवित्रता नज़र आती है चारों और फैली हरियाली में,
फूलों में,फसलों में और सुवासित मंद-मंद पवन में।
जीवन मानव को मिला अनमोल उपहार है उसे लगाना होगा असहाय मानव,
जरूरतमंद लोगों और बुजुर्गों कि सेवा करने में उनकी हर जरुरत को पूरा करने में।
मूक पशु-पक्षियों कि देख-रेख में और अन्याय को दूर करने में
ताकि हम सफल बना सकें अपना जीवन...
- साधना
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