पेड़ों के पत्ते झड़ गए पतझड़ का आव्हान हुआ,
सूरज की तपती किरणों ने गर्मी का आव्हान किया,
पशु-पक्षी सब घबरा उठे, ताल-तलैया लगे सूखने,
बढ़ती गर्मी की तपन ने पंखों व ए.सी. का आव्हान किया,
सारा दिन भट्टी-सा तपता, लू ने सभी को परेशान किया,
सब डरते-डराते घर में छुपते, हर कोई हैरान हुआ,
सांझ के ढलते ही छत पर पहुँच हर व्यक्ति ने,
चंद्रमा की शीतल किरणों व मंद पवन का आव्हान किया।
पेड़ों के पत्ते झड़ गए...
- साधना
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