Sunday, May 12, 2013

मेरी माँ...

मेरी माँ

माँ तुम्हारा होना इस जीवन की बगिया का,
खुशियों से भरा होने का एहसास है,
तुम्हारे संस्कारों की सुगंध से सारी दिशाएँ महक उठती है,
चारों तरफ एक रंगीन-सा वातावरण हो जाता है,
माँ तुम मेरे हर दुख-सुख को समझती हो,
हम कहाँ गए, कहाँ चले-फिरे तुम्हें हर बात का पता होता है,
हजारों दुखों से घिरने पर भी,
मुझे दुख से मुक्ति का मार्ग दिखलाती हो,
माँ तुम्हारा होना इस प्रकृति के रंगों का,
ख़ुशबुओं का एक सुखद एहसास है। 

- साधना

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