
एक टेढ़ी-मेढ़ी लहराती सी कच्ची-पक्की पगडंडी
थके हुए पथिक की राह को आसान बनाती
सघन जंगल में भूले हुए राही को पथ दिखलाती
ऊंचे पर्वत, नदियों, झरनों के कठिन पथ पर
आसानी से ले जाती
दिन भर के थके-हारे मजदूरों को
उनके घर तक पहुंचाती, वापस ले जाती
घने जंगलों में महुआ, तेंदू बीनने वालों की
राह आसान बनाती
टेढ़ी-मेढ़ी, कच्ची-पक्की होने पर भी
पगडंडी, सभी पथिकों को मंजिल पर पहुंचाती
थके हुए पथिक की राह को आसान बनाती
सघन जंगल में भूले हुए राही को पथ दिखलाती
ऊंचे पर्वत, नदियों, झरनों के कठिन पथ पर
आसानी से ले जाती
दिन भर के थके-हारे मजदूरों को
उनके घर तक पहुंचाती, वापस ले जाती
घने जंगलों में महुआ, तेंदू बीनने वालों की
राह आसान बनाती
टेढ़ी-मेढ़ी, कच्ची-पक्की होने पर भी
पगडंडी, सभी पथिकों को मंजिल पर पहुंचाती
- साधना
I like this one even more than "પ્રાર્થના"
ReplyDelete