
आकाश अनंत है उस अनंत में चाँद, सूरज
और टिमटिम चमकते बहुत सारे सितारे है,
आकाश की नीली आभा को देख मन प्रफुल्लित हो जाता है,
कभी सिंदूर सा लाल हो मन में उमंग जगाता है,
तो कभी मटमैला-सा होकर निराशा का भाव जगाता है,
आकाश सिर ऊँचा उठाकर जीने की कला सिखाता है,
तमाम भेद-भावों को भुलाकर अपने आप में लीन होना सिखाता है,
मासूम नन्हें बच्चों को परीलोक का आभास दिलाता है,
आकाश में बादलों से बनी आकृतियों को देखकर
बच्चों के मन में जिज्ञासा का भाव जागता है,
वही युवाओं की आँखों में नए-नए स्वप्न जगाता है,
मन को पंछियों की तरह कल्पना की ऊँची उड़ान भरना सिखाता है,
और मोक्ष की इच्छा रखने वाले
बुजुर्गों को शांति का एहसास कराता है...
- साधना
वाह! Impressive! (Claps)
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